ऑस्ट्रेलिया प्रतिशोध की दिल दहला देने वाली घटना में पूर्व प्रेमी ने 21-वर्षीया युवती का अपहरण करके उसे कार से करीब 650 किलोमीटर दूर ले जाकर दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के फ्लिंडर्स रेंज में जिंदा दफन कर दिया। ऑस्ट्रेलिया में नर्सिंग की पढ़ाई कर रही भारतीय मूल की पीड़िता जसमीन कौर (21) ने आरोपी युवक के खिलाफ पीछा करने की शिकायत की थी। आरोपी युवक भी भारत का मूल निवासी है। एडिलेड शहर की कौर की तारिकजोत सिंह ने मार्च 2021 में हत्या कर दी थी। इसके एक महीने पहले कौर ने पुलिस में सिंह के खिलाफ पीछा किए जाने को लेकर शिकायत की थी।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में बुधवार को आई खबरों के अनुसार, कौर का पांच मार्च, 2021 को उनके कार्यस्थल से अपहरण कर लिया गया था। सिंह ने फ्लैट में अपने साथ रहने वाले एक व्यक्ति से उसकी कार मांगी थी और वह कौर को कार की डिक्की में बंद करके 644 किलोमीटर से अधिक दूर ले गया था। उसने कौर के गले पर चीरे लगाने के बाद उसे एक कब्र में दफना दिया। हालांकि इन चोटों व कब्र में डाले जाने के बाद भी उसकी तत्काल मृत्यु नहीं हुई थी और छह मार्च के आसपास जब उसकी मौत हुई तो उससे पहले उसे अपने आसपास के बारे में पता था। सिंह ने हत्या का जुर्म स्वीकार कर लिया, लेकिन बुधवार को उच्चतम न्यायालय में सजा सुनाए जाने के दौरान उसके अपराध का भयावह विवरण सामने आया।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में बुधवार को आई खबरों के अनुसार, कौर का पांच मार्च, 2021 को उनके कार्यस्थल से अपहरण कर लिया गया था। सिंह ने फ्लैट में अपने साथ रहने वाले एक व्यक्ति से उसकी कार मांगी थी और वह कौर को कार की डिक्की में बंद करके 644 किलोमीटर से अधिक दूर ले गया था। उसने कौर के गले पर चीरे लगाने के बाद उसे एक कब्र में दफना दिया। हालांकि इन चोटों व कब्र में डाले जाने के बाद भी उसकी तत्काल मृत्यु नहीं हुई थी और छह मार्च के आसपास जब उसकी मौत हुई तो उससे पहले उसे अपने आसपास के बारे में पता था। सिंह ने हत्या का जुर्म स्वीकार कर लिया, लेकिन बुधवार को उच्चतम न्यायालय में सजा सुनाए जाने के दौरान उसके अपराध का भयावह विवरण सामने आया।
अभियोजन पक्ष का मानना है कि जब उसे दफनाए जाने की तैयारी हो रही होगी तब भी वह जीवित होगी। उन्होंने कहा, “(यह) एक हत्या थी जो प्रतिशोध की भावना से या बदले की कार्रवाई के रूप में की गई थी।” सिंह ने कौर की मृत्यु से पहले उन्हें कई संदेश लिखे, जिन्हें उन्होंने कभी नहीं भेजा। एक संदेश में कहा गया है, “तुम्हारा दुर्भाग्य है कि मैं अब भी जीवित हूं, इंतजार करो और देखो, जवाब मिलेगा, हर एक को जवाब मिलेगा।” सिंह ने शुरू में हत्या से इनकार किया और कहा कि कौर ने आत्महत्या की थी तथा उसने शव को दफना दिया था, लेकिन इस साल की शुरुआत में मुकदमा चलने से पहले उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।