आजाद भारत के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी का शनिवार सुबह निधन हो गया। किन्नौर के कल्पा निवासी श्याम सरन नेगी 106 साल के थे। उन्होंने रात 2 बजे अपने घर पर आखिरी सांस ली। प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी उनके निधन पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने लिखा ट्विटर पर लिखा ” स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता एवं किन्नौर से संबंध रखने वाले श्याम सरन नेगी जी के निधन की खबर सुनकर दुःखी हूं। उन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए 34वीं बार बीते 2 नवंबर को ही विधानसभा चुनाव के लिए पोस्टल वोट डाला, यह याद हमेशा भावुक करेगी। ॐ शांति!”
बता दें कि हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 के लिए नेगी ने पोलिंग बूथ पर जाकर वोट डालने की इच्छा जताई थी, लेकिन तबीयत खराब होने के कारण 2 नवंबर को उनके घर पर ही पोस्टल बैलट पेपर से मतदान करवाया गया। दुनिया से जाने से पहले ही उन्होंने अपना फर्ज अदा कर दिया था। जिला प्रशासन सबसे बुजुर्ग मतदाता के अंतिम संस्कार की व्यवस्था कर रहा है। उन्हें सम्मानपूर्वक विदा करने की पूरी व्यवस्था की जा रही है।
आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, रिटायर्ड स्कूल टीचर श्याम शरण नेगी का जन्म एक जुलाई 1917 को हुआ था। 106 साल की उम्र में निधन से पहले उन्होंने हिमाचल चुनाव में वोट डाला। उन्होंने पहली बार जब वोट किया था, तब वह 33 साल के थे। तब से लेकर मृत्यु से पहले तक उन्होंने कभी भी अपना वोट बेकार नहीं किया। उन्होंने पहली बार वह 1951 में वोटिंग का हिस्सा बने थे।