राजधानी शिमला में HRTC कर्मियों की दादागिरी सामने आई है, जिसमें हल्की कहासुनी के बाद दो युवकों को जमकर पीटा गया। परिचालक के साथ हुई लड़कों की बहस बाजी लड़ाई में तब्दील हो गई। HRTC के एक दर्जन कर्मियों ने मिलकर लड़कों को मारा। देखते ही देखते HRTC का ड्यूटी पर तैनात नाइट स्टाफ पहुंच गया। मामले को सुलझाने की जगह सभी कर्मचारियों ने युवकों को बेरहमी से मारना शुरू कर दिया।
मारने वाले कुछ कर्मचारियों को यह तक मालूम नहीं था कि युवकों को क्यों मारा जा रहा है। बस सभी कर्मचारी एक दूसरे की देखा देखी में थोड़ा बरसाने लगे। इस दौरान प्राइवेट बस और टैक्सी यूनियन के ड्राइवर भी बस स्टैंड में मौजूद थे। लेकिन किसी ने भी बीच बचाव करने की कोशिश नहीं की। बता दें कि रात के लगभग 9 बजे यह घटना पेश आई। जिस वजह से बस स्टैंड में सवारियां भी काफी कम थी।
माफी मांगने पर भी मारते रहे कर्मी
मार पिटाई के दौरान एक युवक ने HRTC कर्मियों से काफी बार माफी मांगी। बावजूद इसके कर्मी लात घूंसे बरसाते रहे। हैरानी की बात है कि इतने बड़े बस स्टैंड में जहां रोजाना हजारों लोगों की आवाजाही रहती है। उस जगह शिमला पुलिस का एक भी जवान दिखाई नहीं दिया। हालांकि दिन के समय ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से चलाने के लिए 2 से तीन जवान रहते हैं।
कर्मचारियों ने दी गालियां
कर्मचारियों ने मार पिटाई के साथ- साथ युवकों को जमकर गालियां भी दी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक एक युवक की जमकर धुनाई हुई। जबकि दूसरे को धक्का मुक्की कर साइड किया गया। लड़ाई में युवक की बाजू में स्वेलिंग आ गई थी। जिसके बाद कर्मचारियों ने उसे धमकी देकर छोड़ा।