हिमाचल के चम्बा जिला के कई क्षेत्रों में हर साल सड़क हादसे (Road Accident) होते हैं. जब जानबूझकर लापरवाही बरती जाती है तो हादसों की संख्या में बढ़ोतरी होती है. इसी तरह का एक कारनामा देर रात को चम्बा तीसा मुख्य मार्ग पर देखने को मिला. जहां बैरागढ़ से शिमला के लिए एचआरटीसी की बस (HRTC Bus) रवाना हुई थी. लेकिन बड़ोह के आगे शराब पीकर चालक ने बस को चलाना शुरू किया जिसके चलते पहले तो सवारिया काफी घबरा गई लेकिन शराब के नशे में धुत चालक ने एक ट्रक के साथ गाड़ी को टकरा दिया. उस समय लोगों की चीख-पुकार निकल आई और लोगों ने बस से ही छलांग लगाना बेहतर समझा.
बता दें कि इस बस में काफी संख्या में सवारिया बैरागढ़ से शिमला के लिए रवाना हुई थी. कई लोग बीमार भी थे जो अपना इलाज करवाने के लिए आईजीएमसी शिमला जा रहे थे. लेकिन एक चालक की लापरवाही से 50 से 60 लोगों की जिंदगी बड़ी मुश्किल से बची है. हालांकि लोगों ने बड़ी मुश्किल से बस को रुकवाया और चालक को बाहर निकाला, जिसके बाद लोगों ने सड़क पर ही अपना विरोध करना शुरू कर दिया
चालक की इस लापरवाही को देखते हुए सभी लोग बस से उतर गए और सड़क किनारे बैठ गए. गनीमत रही कि कस सड़क से नीचे नहीं उतर गई, अन्यथा 50 से 60 लोगों की जिंदगी खत्म हो जाती और उसका जिम्मेदार कौन होता. हालांकि इस पूरे मामले पर आरएम चंबा ने कार्यवाही का भरोसा दिया है.
वहीं दूसरी और सवारियों का कहना है कि वह बैरागढ़ से शिमला जा रही बस में रवाना हुए थे. लेकिन चालक ने शराब पी रखी थी जिसके चलते उसने एक बार बस को ट्रक से टकराया गया. जिसके चलते लोगों की चीख-पुकार निकल गई और लोगों ने छलांग लगाकर अपनी जान बचाई. लेकिन इस तरह की हरकतों से आज बड़ा हादसा होने से टल गया. अन्यथा 50 से 60 लोग गहरी खाई में समा सकते थे. उसका जिम्मेदार कौन होता. एचआरटीसी प्रबंधन को ऐसे चालकों पर कार्रवाई करनी चाहिए जो शराब पीकर इतने लंबे रूट पर बस को चलाते हैं.