शिमलाः हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में यूजीसी के नियमों को दरकिनार कर एक नामी नेता की बेटी को एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर भर्ती कर दिया गया है। यह नियुक्ति मौजूदा भाजपा सरकार में पूर्व कांग्रेस मंत्री की बेटी को दी गई है। भर्तियों में गड़बड़ी को लेकर सुर्खियों में रहे एचपीयू ने इस बार एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर एक ऐसे उम्मीदवार को भर्ती कर दिया, जिसका यूजीसी नियमों के अनुसार आवश्यक आठ साल पढ़ाने का अनुभव पूरा नहीं है।
एसोसिएट प्रोफेसर पर उक्त युवती का चयन करने वाली स्क्रीनिंग कमेटी ने सभी नियमों को दरकिनार करते हुए उसके एक निजी कॉलेज में पढ़ाने और विवि के सेंटर फॉर इवनिंग स्टडीज में पीएचडी करने के समय बतौर गेस्ट फैकल्टी पढ़ाने के कार्यकाल को भी अनुभव में जोड़कर यह पूरा गड़बड़झाला किया है।
यूजीसी रेगुलेशन के मुताबिक एसोसिएट प्रोफेसर के पद के लिए आठ साल का किसी भी राष्ट्रीय स्तर के विश्वविद्यालय/शोध संस्थान में रेगुलर पे स्केल पर पढ़ाने और शोध का अनुभव होना आवश्यक होता है।
स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष को मुहजुबानी कुछ याद नहीं
जब इस बारे में स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष से इस संबंध में सवाल पूछे गए तो उन्होंने बात को टालते हुए कहा कि मैं अभी अवकाश पर हूं। इसके बाद जब उन्हें उम्मीदवार का नाम बताया गया तो उन्होंने कहा कि मुहजुबानी कुछ याद नहीं है।