राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज शिमला के निकट ढली में विशेष क्षमता वाले बच्चों के संस्थान (बाल) का दौरा किया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि विशेष रूप से सक्षम बच्चों के कौशल को निखारना समाज की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि विशेष मार्गदर्शन प्राप्त कर ये, बच्चे समाज के लिए प्रेरणास्रोत साबित हो सकते हैं। उन्होंने संस्थान में छात्रों के लिए कई व्यावसायिक कार्यक्रमों के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के व्यावसायिक कार्यक्रम उन्हें आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि सभी बच्चों को अपनी भावनाओं को व्यक्त करने और प्रतिभा को प्रदर्शित करने का समान अवसर प्रदान किया जाना चाहिए। राज्यपाल ने बच्चों की विशेष देखभाल और उन्हें नियमित शिक्षण के साथ-साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए शिक्षकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज विशेष रूप से सक्षम बच्चे कई प्रतिष्ठित क्षेत्रों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सही मार्गदर्शन और प्रोत्साहन से वे जीवन में सफलतापूर्वक आगे बढ़ सकते हैं।
उन्होंने संस्थान में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जायेगा तथा संस्थान में पढ़ने वाले बच्चों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि वह सामाजिक संगठनों से भी बात करेंगे ताकि उन्हें संरक्षकता मिल सके।
उन्होंने बच्चों से संवाद किया और मिठाईयां भी बांटी। उन्होंने कहा कि वह इन बच्चों के साथ दीवाली मनाएंगे।
उन्होंने परिसर और कक्षाओं का निरीक्षण भी किया तथा नवनिर्मित भवन के बारे में जानकारी ली।
इससे पहले, स्कूल के प्रधानाचार्य धर्मपाल राणा ने राज्यपाल का स्वागत किया और संस्थान में चलाए जा रहे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के बारे में विस्तार से अवगत करवाया। उन्होंने राज्यपाल को कर्मचारियों की विभिन्न मांगों के बारे में भी जानकारी दी।
राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा, निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता प्रदीप ठाकुर, अतिरिक्त निदेशक महिला एवं बाल विकास मोहन दत्त शर्मा, जिला कल्याण अधिकारी केवल राम चौहान, जिला बाल संरक्षण अधिकारी रमा कंवर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।