- गूगा नवमी मंगलवार 31 अगस्त 2021 को मनाई जाएगी।
- नवमी तिथि शुरू : 31 अगस्त 2021 2:00 AM
- नवमी तिथि समाप्त : 01 सितंबर, 2021 सुबह 4:23 बजे
जाहरवीर गोगा जी उत्तरी भारत में लोकप्रिय देवता है, जिनकी पूजा उत्तर प्रदेश, हिमाचाल प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में पूरी भक्ति के साथ की जाती है। राजस्थान में गोगा नवमी पर भव्य मेले आयोजित किए जाते हैं और उत्सव तीन दिनों तक चलता है। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में गूगा नवमी मेला सबसे बड़ा और लोकप्रिय है।
यह भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की नवमी को मनाया जाता है। इस दिन गोगादेव की पूजा की जाती है। जिसे गूगा नौमी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि गोगादेव साँपों से जीवन की रक्षा करते है। इसमें नाग देवता की भी पूजा की जाती है। गोगा नवमी के दिन जाहरवीर गोगा जी की पूजा करने से गोगा जी महाराज सर्प के काटने से हमारी रक्षा करते हैं। इस दिन गोगा जहार वीर की पूजा के साथ-साथ नाग देवता की पूजा भी की जाती है। यह त्योहार अगस्त व सिम्बर के महीने में आता है।
पूजा विधान
इस दिन दीवार पर गेरू से पोतकर दूध में कोयला पीसकर चाकोर घर बनाकर उसमें पांच सर्व बनाते हैं। इसके बाद इन सर्पों पर जल, कच्चा दूध, रोली-चावल, बाजरा, आटा, घी, चीनी मिलाकर चढ़ाना चाहिए और पण्डित को दक्षिणा देनी चाहिए।
गुगा मारी मंदिरों में इस दिन विभिन्न पूजाओं और जुलूसों का आयोजन किया जाता है। गोगा नवमी पर, हिंदू भक्त किसी भी चोट या नुकसान से सुरक्षा के आश्वासन के रूप में भगवान गोगा को राखी या रक्षा स्तोत्र भी बांधते हैं। इस व्रत के करने से स्त्रियाँ सौभाग्यवती होती हैं। पति की विपत्तियों से रक्षा होती है और मनोकामना पूरी होती है। बहने भाइयों को टीका लगाती हैं तथा मिठाई खिलाती हैं। बदेल में भाई यथाशक्ति बहनों को रुपया देते हैं।