धर्मशाला में मीडिया से बातचीत करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पंचरुखी के सलियाणा के पंकज की मौत मामले की जांच के लिए चार एसआईटी गठित की गईं थी। उन्होंने कहा कि जांच में सामने आया है कि पंकज और विवाहिता नीशू पिछले सात-आठ साल से रिलेशनशिप में थे। 18 जनवरी को नीशू का पति घर पर नहीं था। नीशू ने पंकज को घर बुलाया। इस दौरान किसी बात को लेकर दोनों के बीच बहसबाजी हो गई। इसी बीच नीशू ने कमरे में पड़े कुदाल से पंकज के सिर पर चार-पांच वार कर दिए, जिससे पंकज की मौत हो गई। वारदात के बाद नीशू अपने मायके सलियाणा पहुंची और पिता उत्तम चंद, बहन रजनी और पति शशि कुमार को घटना की जानकारी दी। इसके बाद सभी एक शादी समारोह में गए, जहां उन्होंने बहन के पति अजय को भी इसके बारे में बताया। इसके बाद उन्होंने शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई।
एसपी ने कहा कि शादी से लौटने के बाद सभी ने नागनी-खुंडियां सड़क पर शव को ठिकाने लगाने के लिए स्थान तलाशा। फिर शव को कंबल में लपेटकर रस्सी से बांधा और ज्वालामुखी के सुरानी जंगल में ढांक से नीचे फेंक दिया। साक्ष्य मिटाने के लिए पंकज की जैकेट, चप्पल और रस्सी जला दी। इसके साथ ही मोबाइल फोन को तोड़कर अलग स्थान पर फेंक दिया गया, ताकि कोई सबूत न मिले। उन्होंने कहा कि हत्या में इस्तेमाल कुदाल अभी बरामद नहीं हुआ है, जिसकी तलाश जारी है। इस दौरान उनके साथ डीएसपी पालमपुर लोकेंद्र सिंह नेगी, एसएचओ भूपेंद्र सिंह ठाकुर और प्रवीन भी उपस्थित रहे।
पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि पंकज की हत्या के मामले में नीशू, उसके पति शशि कुमार, पिता उत्तम चंद, बहन रजनी, भांजे अभिषेक और जीजा अजय को गिरफ्तार किया है। रजनी, अजय और अभिषेक पर पहले से ही एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं, जबकि अजय के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में मुकदमे चल रहे हैं। पंकज की हत्या के मामले में आरोपियों की भूमिका के आधार पर उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी।