कुल्लू : हिमाचल प्रदेश में बीते सोमवार को बिजली बोर्ड की एक बहुत बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया था। जहां एक टी मेट को बिजली का करंट लगने से अपनी जान से ही हाथ धोना पड़ा था। टी मेट की मौत के बाद उसके परिजनों ने विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कर दोषीयों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। इसी के चलते बिजली बोर्ड ने कार्रवाई करते हुए JE समेत चारकर्मचारियों को निलंबित किया है।
टी मेट को अकेले भेजा था जियो स्विच लगाने
प्राप्त हो रही जानकारी के अनुसार बीते सोमवार को राजधानी शिमला के तहत आते रामपुर-बुशहर में जगातखाना के अंतर्गत आने वाले समेज क्षेत्र में बिजली बोर्ड की लापरवाही से 24 वर्षीय टीमेट भूपेश कुमार की करंट लगने से मौत हो गई थी। यह हादसा उस समय पेश आया था जब एक लाइन दुरुस्तीकरण के बाद, भूपेश को अन्य जगह बिजली के पोल पर जियो स्विच लगाने के लिए बाध्य कर बिना सुरक्षा उपकरणों के अकेले भेज दिया गया था।
परिजनों ने थाना ब्रौ में विभाग के खिलाफ की थी शिकायत
जियो स्विच लगाने के दौरान अचानक करंट लगने से भूपेश की मौके पर ही मौत हो गई थी। जिसके बाद परिजनों ने विभाग पर आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस थाना ब्रौ में IPC की धारा 336 व 304 के तहत बिजली बोर्ड के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में विभागीय कार्रवाई के चलते बिजली बोर्ड के उछाधिकारियों ने JE अनुज कुमार, फोरमैन कुंदन व सुरेंद्र सिंह और सब स्टेशन अटेंडेंट जोगिंदर ठाकुर 22 केवी कंट्रोल प्वाइंट झाकड़ी को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
बोर्ड के चीफ इंजीनियर ने जारी किए हैं निलंबन के आदेश
निलंबन के आदेश बोर्ड के चीफ इंजीनियर के स्तर पर जारी हुए हैं। मामले में अबतक हुई जांच की तमाम रिपोर्ट रामपुर और आनी के अधिशासी अभियंता को सौंपी गई हैं। बताया जा रहा है कि दोनों अधिकारियों को अपनी जांच रिपोर्ट दो दिन के भीतर बिजली बोर्ड के मुख्य अभियंता शिमला को भेजनी होगी। विदित हो मृतक टी मेट भूपेश कुमार जिला कुल्लू स्थित निरमंड तहसील का रहने वाला था।