जिला ऊना की कृषि सहकारी समिति में करोड़ों रुपए के गबन के मामले में विजिलैंस ने ईसपुर सोसायटी के पूर्व सचिव को गिरफ्तार किया है। इससे पहले उसके बेटे को भी सहकारी समिति में वित्तीय अनियमितताओं के चलते विजिलैंस गिरफ्तार कर चुकी है। विजिलैंस एवं एंटी क्रप्शन ब्यूरो के डीएसपी अनिल मेहता ने बताया कि सोसायटी के पूर्व सचिव रहे तिलकराज को आईपीसी की धारा 406, 409, 468, 471, 120बी के तहत गिरफ्तार किया है। डीएसपी के मुताबिक उसके सचिव रहे बेटे को पहले ही इन धाराओं के तहत गिरफ्तार किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि 70 वर्षीय तिलक राज की हैंड राइटिंग के नमूने जांच के लिए एसएफएसएल लैब जुन्गा भेजे गए थे। जहां से रिपोर्ट आने के बाद यह कार्रवाई की गई है। डीएसपी के मुताबिक ईसपुर सोसायटी में एक ऋणधारक को 4 लाख 15 हजार रुपए का ऋण दिया गया था। इस ऋण पर बाद में आगे 8 अंक लिखकर उसे 84 लाख 15 हजार रुपए का कर दिया गया था। इस मामले में आरोपी तिलकराज से लगातार पूछताछ हो रही थी लेकिन वह सहयोग नहीं दे रहा था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच एसआईयू विजिलैंस शिमला की टीम कर रही है।