बिलासपुर। हिमाचल में एक मासूम बच्चे को गोली लगने की सूचना सामने आई है। यह मासूम बच्चा मात्र पांच साल का है। इस मासूम को बंदूक के छर्रे लगे हैं। घायल बच्चे को आईजीएमसी शिमला में भर्ती करवाया गया है।बताया जा रहा है कि छर्रे लगने से बच्चे की बाई बाजू को चिकित्सकों को सर्जरी कर काटना पड़ा। मामला हिमाचल के बिलासपुर जिला के पुलिस थाना भराड़ी से सामने आया है। हैरानी की बात यह है कि घायल बच्चा बिलासपुर से आईजीएमसी पहुंचा दिया, लेकिन इसकी किसी ने भी सूचना पुलिस को नहीं दी।
बिलासपुर के भराड़ी से सामने आया मामला
भराड़ी थाना के तहत आते हरितल्यांगर (जोहड़ी) गांव में पांच साल के बच्चे को बंदूक के छर्रे लगे हैं। बताया जा रहा है कि वारदात के समय बच्चे के साथ उसका दादा भी मौजूद था। वहीं घटनास्थल से छह कारतूस, एक बंदूक, 22 डेटोनेटर, गन पाउडर और शराब की आधी बोतल सहित अन्य सामान बरामद हुआ है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है।
घायल बच्चा आईजीएमसी रेफर
बताया जा रहा है कि घायल बच्चा आईजीएमसी शिमला पहुंचा तो चिकित्सकों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दिए बयान में राकेश कुमार ने बताया कि वह शिमला मटौर नेशनल हाइवे पर हरितल्यांगर में किराये की दुकान में ढाबा चलाता है।
घटना के समय घायल बच्चे के साथ दादा भी था
राकेश के अनुसार बुधवार रात करीब 10 30 बजे उसका मकान मालिक कमल अपने पांच साल के पोते को साथ लेकर आया। दोनों दादा पोता ढाबे के साथ वाले कमरे में चले गए। थोड़ी ही देर में कमरे से गोली चलने की आवाज आई। जब वह कमरे में पहुंचा तो बंदूक नीचे पड़ी हुई थी और कमल ने अपने पोते को उठाया हुआ था। पुलिस ने जब उस कमरे की जांच की तो वहां पर पुलिस को भारी मात्रा में संदिग्ध चीजें मिली हैं। कमरे में जहां भारी मात्रा में असलाह मिला है, वहीं 36 फीट सुतली भी कमरे से बरामद हुई है।बता दें कि सुतली का प्रयोग धमाका करने के लिए लाया जा जाता है और इसे अपने पास रखना एक अपराधिक श्रेणी में आता है। बता दें कि जिस मकान में गोली चलने की घटना हुई, उससे करीब 100 मीटर दूरी पर कमल का एक और मकान हैए जहां पर भी खून के धब्बे मिले हैं।