लोक संगीत में टॉप ग्रेड प्राप्त करने वाले हिमाचल के पहले कलाकर बने डा- कृष्ण लाल सहगल

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प्रसार भारती आकाशवाणी महानिदेशालय] नई दिल्ली ने हिमाचली लोक संगीत में
महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए डा- कृष्ण लाल सहगल को टॉप ग्रेड से सम्मानित किया है। संगीत
कला में निष्णात केवल टॉप ग्रेड प्राप्त कलाकार को संगीत परम्परा के अनुसार पण्डित’ उपाधि
से अलंकृत किया जाता है।
हाल ही में नई दिल्ली में आकाशवाणी दिल्ली द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित कार्यक्रम
स्वरांजलि में इन्हें हिमाचली लोक संगीत में महत्वपूर्ण योगदान के लिए टॉप ग्रेड प्रशस्ति पत्र
प्रदान किया गया। वर्ष 1955 में आकाशवाणी शिमला की स्थापना के बाद डा सहगल
हिमाचल प्रदेश के पहले कलाकार हैं जिन्हें उच्चतम ग्रेड प्राप्त हुआ है।
सिरमौर ज़िले से ताल्लुक रखने वाले डा कृष्ण लाल सहगल ने वर्ष 1971 में
आशवाणी शिमला से लोक संगीत स्वर परीक्षा उत्तीर्ण की। वह आकाशवाणी द्वारा आयोजित
अनेक संगीत गोष्ठियों में अग्रणी पंक्ति के कलाकार रहे हैं। शिमला के अलावा आकाशवाणी
जांलधर, जम्मू कश्मीर और धर्मशाला केंद्रों से भी इनके लोक गीत प्रसारित होते रहे हैं।
आशवाणी केंद्र शिमला ने लोक संगीत में उल्लेखनीय योगदान के लिए इन्हें वर्ष 1998 और
2013 में सम्मानित किया। हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी इन्हें हिमाचल गौरव पुरस्कार से
सम्मानित किया है। इसके अलावा लोक संगीत में उत्कृष्ट योगदान के लिए इन्हें संगीत नाटक
अकादमी पुरस्कार से भी नवाजा गया है।
डा कृष्ण लाल सहगल ग़ज़ल गायन में भी उच्च श्रेणी प्राप्त कलाकार हैं। हालांकि इन्होंने
हिमाचल लोक संगीत के संरक्षण और प्रसार को विशेष अधिमान दिया है।


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