आपसी रजामंदी से जिस युवती ने 21 दिन पहले शपथ पत्र पर मैरिज की थी, आज उसने खौफनाक कदम उठाते हुए अपनी जान दे दी। कांगड़ा जिले के देहरा विधानसभा क्षेत्र के तहत हरिपुर तहसील की पंचायत झकलेड़ में 19 वर्षीय विवाहिता ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।युवती ने यह खौफनाक कदम अपने मायके उठाया। बता दें कि झकलेड़ पंचायत के छब्बड़ गांव निवासी इस युवती का इसी पंचायत के एक युवक के साथ प्रेम-प्रसंग था। जनवरी, 2024 को युवती घर से लापता हो गई।परिजनों के ढूंढने के बावजूद वह नहीं मिली तो परिजनों ने 1 फरवरी को पुलिस स्टेशन हरिपुर में उसकी गुमशुदगी की शिकायत की, लेकिन उसी दिन परिजनों ने युवती को ढूंढ लिया। युवती की माता ने उक्त युवक पर बेटी के शारीरिक शोषण का आरोप लगाया और शिकायत पुलिस स्टेशन हरिपुर में दी थी, जिस पर युवक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।23 फरवरी सुबह करीब 8 बजे युवती ने नए कमरे में पंखे से फंदा लगाकर जान दे दी। जब युवती ने यह कदम उठाया तो मायके वाले भी अपने काम में व्यस्त थे। सूचना मिलने के बाद पुलिस थाना हरिपुर से पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।
युवती के पिता ने युवक अर्जित कुमार (29) पुत्र कमलेश, युवक के माता-पिता और कुछ अन्य परिजनों पर आरोप लगाया है। युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए टांडा अस्पताल भेजा गया है। डीएसपी देहरा अनिल कुमार ने बताया कि पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्जकर छानबीन शुरू कर दी है। युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकियों की गिरफ्तारी होनी है। बता दें कि युवक ने युवती से शुक्रवार 2 फरवरी को देहरा में शपथ पत्र दाखिल कर मैरिज कर ली थी। उस वक्त युवक के परिजनों ने कहा कि कोई अच्छा-सा मुहूर्त देखकर शादी कर देंगे। रजामंदी से हुई मैरिज के बाद युवती मायके में रहने लगी। फिर युवक उसे अपने किसी रिश्तेदार के यहां ले गया। कुछ दिन वहां रहने के बाद युवक कहीं चला गया और युवती उसके रिश्तेदार के घर ही थी। फिर युवक के रिश्तेदार उसे यानी युवती को मायके छोड़ आए। बता दें कि युवती गत दिनों एसपी के पास पेश हुई थी और वहां बताया कि लड़का फोन नहीं उठा रहा है और वह बहुत परेशान थी।एसपी ने सीआरपीसी 164 के तहत कार्रवाई को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए थे। कोर्ट में युवती के बयान होने थे, मगर इससे पहले ही युवती ने यह कदम उठा लिया। एसपी ने बताया कि युवती उनसे मिली थी और अपने साथ हुए घटनाक्रम के बारे में बताया था। इसके बाद सीआरपीसी 164 के तहत कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा रहा था।