मनाली के सोलंग नाला में बीते रोज हुई घटना के बाद ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। ग्रामीणों के इस गुस्से का प्रकोप मंगलवार को पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों (जेई ) पर निकाला। गुस्साए ग्रामीणों ने झूला पुल की स्थिति देखने आए लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों को झूले पर ही बंधक बना लिया।
इस दौरान उन्होंने जमकर नारेबाजी भी की। लोगों के गुस्से और स्थिति को बिगड़ता देख कर मनाली प्रशासन ने तुरंत मौके के लिए पुलिस टीम भेजी। लेकिन लोग पुलिस द्वारा समझाने के बाद भी मानने को तैयार नहीं हो रहे थे। काफी प्रयास के बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ। बता दें कि बीते रोज सोलंग गांव को जोड़ने के लिए बनाए गए अस्थायी लकड़ी के पुल के टूट जाने से गांव के दो किशोर बह गए थे, जिनके आज शव बरामद हुए। इस घटना के बाद लोगों में भारी आक्रोश था।
इसी बीच मंगलवार को मंगलवार को जब लोक निर्माण विभाग के दो अधिकारी पुल के निर्माण कार्य का जायजा लेने के लिए यहां पहुंचे तो उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा। इन कर्मचारियों को देख कर ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी की। वहीं जब विभाग के यह अधिकारी झूला पुल (रज्जू मार्ग) से नदी पार करने लगे तो गुस्साए ग्रामिणों ने उनके झूले को बीच नदी में रोक दिया। इससे अधिकारी बीच नदी के ऊपर फंस गए।
लोगों का आरोप है कि गांव को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा पुल 8 वर्ष में भी बनकर तैयार नहीं हो पाया। ऐसे में जान जोखिम में डालकर लोगों को अस्थायी पुल से नदी पार करनी पड़ती है। इसी का नतीजा है कि बीते रोज दो किशोरों की मौत हो गई। ग्रामीण संबंधित विभागीय के अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने की मांग कर रहे थे। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम मनाली डॉ. सुरेंद्र ठाकुर भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से चर्चा कर उन्हें शांत करवाया। उसके बाद ही दोनों अधिकारियों को झूले से उतारा गया। वहीं एसडीएम मनाली ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि बुधवार को डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग मौके का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान ग्रामीणों के साथ वार्ता की जाएगी और उनकी समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा।