राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों की याद में हर जिले में युद्ध स्मारक बनाए जाने चाहिए ताकि भावी पीढ़ी उनसे प्रेरणा प्राप्त कर सके और हम उनके प्रति आभार भी व्यक्त कर सकें।राज्यपाल आज बिलासपुर में युद्ध शहीद स्मारक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की जनता ने शहादत को सम्मानित किया है और यह उनका सौभाग्य है कि उनके माध्यम से यह कार्य सम्पन्न हुआ है। उन्होंने कहा कि हमारे वीर जवान सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं और हर समय समर्पण भाव के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं, जिस कारण इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन संभव हो पाता है।
उन्होंने जवानों के प्रति आभार व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि राष्ट्र के प्रति अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों की स्मृति में स्मारक समर्पित करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अभियान से जुड़े सदस्यों ने इस विचार को मूर्तरूप दिया है और वे सभी प्रशंसा के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि समाज के लिए समर्पित और काम करने वाले लोगों से सीख लेने की आवश्यकता है।राज्यपाल ने इस अवसर पर शहीद परिवारों को सम्मानित किया। उन्होंने एक ईंट शहीद के नाम अभियान टीम के सदस्यों को भी सम्मानित किया।समारोह की अध्यक्षता करते हुए किस्मत कुमार ने राज्यपाल का स्वागत करते हुए कहा कि आज का दिन सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है
क्योंकि इसी दिन 1919 में पंजाब के जलियांवाला बाग में अंग्रेजों ने नरसंहार किया था और राष्ट्र की खातिर 1000 से अधिक लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। आज का दिन उन क्रांतिकारियों को याद करने का है। उन्होंने कहा कि एक ईंट शहीद के नाम अभियान हमारी भावनाओं से जुड़ा है और शहीदों को समर्पित है। एक ईंट शहीद के नाम अभियान के संयोजक संजीव राणा ने राज्यपाल का स्वागत किया और युद्ध स्मारक के बारे में विस्तृत जानकारी दी।एक ईंट शहीद के नाम अभियान के प्रांत संयोजक सूबेदार मेजर प्रेम सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।इससे पहले, राज्यपाल ने भारत माता की प्रतिमा का अनावरण किया और युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया।
राज्यपाल ने यहां स्थापित 147 फुट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज भी फहराया।खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजिंद्र गर्ग, विधायक बिलासपुर सदर सुभाष ठाकुर और विधायक झंडूता जीत राम कटवाल, जिला परिषद की अध्यक्ष कुमारी मुस्कान, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, बिलासपुर के उपायुक्त पंकज राय, पुलिस अधीक्षक एस.आर. राणा, शहीदों के परिवार के सदस्य, पूर्व सैनिक और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।