हमीरपुर : यूक्रेन में फंसे भारतीयों को भारत लाने की मांग जोर पकड़ रही है। यूक्रेन में पढ़ रहे भारतीयों के परिजनों में दहशत का माहौल बना हुआ है। परिजन दिन-रात टीवी की ओर नजरें गड़ाए हुए हैं। ऐसा ही एक मामला नादौन उपमंडल की गौना पंचायत में सामने आया है। जहां यूक्रेन में पढ़ रही छात्रा के दादा टीवी पर यूक्रेन-रूस के युद्ध का समाचार देखकर ह्रदयघात से मृत्यु को प्राप्त हो गए। जानकारी के अनुसार गौना की पायल यूक्रेन में एमबीबीएस कर रही है। उसके दादा रत्न चंद टीवी पर यूक्रेन में युद्ध के हालातों बारे समाचार देख रहे थे कि तभी उन्हें हृदयघात आ गया। वहीं इसी इलाके से यूक्रेन में पड़ रहे आर्यन रत्न के परिजन भी परेशान हैं।
इतना ही नहीं, भदरोल पंचायत के शुभम जंगा भी यूक्रेन से पढ़ाई कर रहे हैं। शुभम जंगा के पिता मिलाप जंगा ने बताया कि जब उन्हें युद्ध का पता चला उसके बाद परेशानी और भी बढ़ गई। शुभम के ताया कैलाश जंगा ने बताया कि शुभम का फोन आया था कि उनके होस्टल के पास ही बम ब्लास्ट हो रहे हैं, जिससे सारे सहमे हुए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों शुभम की वापसी के लिए 3 गुना पैसे देकर एयरलाइंस की टिकट ली थी किन्तु फ्लाइटें बंद होने के कारण वो वहां से नहीं आ सका, जिससे परिजन और भी परेशान हो गए हैं। इन बच्चों के अभिभावकों सरकार से मांग की है कि बच्चों को जल्द से जल्द सुरक्षित भारत लाया जाए। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार से मांग की है कि इन परिस्थितियों में वहां फंसे छात्रों को वापस लाने के लिए शीघ्र प्रयास किए जाएं।