- आशा वर्कर ने जंगल में करवाई डिलीवरी जज्बे को सलाम बडसर विधानसभा क्षेत्र का मामला
- सड़क सुविधा न होने से कई किलोमीटर सफर कर युवाओं ने पहुंचाया मुख्य सड़क तक
जिला हमीरपुर के पथलयार पंचायत के गांव शुगल की महिला नेहा ठाकुर पत्नी संतोष ठाकुर की डिलीवरी आशा कार्यकर्ता को जंगल में करवानी पड़ी। हुआ यूं कि हमीरपुर के बड़सर के पिलियार के सुगल निवासी संतोष कुमार की पत्नी को नेहा प्रसव पीड़ा शुरू हुई। उन्होंने तुरंत ही बड़सर अस्पताल में डॉक्टर राकेश से बात कि और वे नेहा को लेकर हॉस्पिटल के लिए रवाना हो गए। इस बीच उन्होंने नेहा कि प्रसव पीड़ा की सूचना आशा वर्कर सुषम को भी दे दी और वो उनके साथ हॉस्पिटल के लिए रवाना हो गई। बदकिस्मती ये थी कि मेन सड़क घर से करीब दो किलोमीटर दूर थी।
टूटी सड़क होने के कारण गांव के लोग महिला को चारपाई पर लेटाकर अस्पताल ले जा रहे थे, तो बीच जंगल में ही लेबर पेन शुरू हो गया, जिसे देखते हुए ग्रामीणों ने गांव की आशा वर्कर को मौके पर बुलाया। आशा वर्कर ने भी बिना कोई देरी किए तुरंत मौके पर पहुंचकर महिला का सफल प्रसव करवाकर एक गायनीक्लोजिस्ट की भूमिका अदा की। उसके बाद महिला को जैसे-तैसे अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। इस घटनाक्रम के बाद एक तरफ जहां आशा वर्कर सुषमा शर्मा की हर कोई तारीफ कर रहा है ।