करसोग में सोशल मीडिया पर ऐसा ही जबरन वसूली का मामला सामने आया है
सोशल मीडिया जहां देश और दुनियाभर के लोगों के लिए आपस में जोड़ने का सशक्त माध्यम बना है, लोगों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने विचार प्रकट करने के साथ बोलने की आजादी मिली है, वहीं इसके साथ सोशल मीडिया पर लगातार बढ़ रही साइबर क्राइम की घटनाएं समाज के सामने एक बड़ा चैलेंज बन गई है.
जानकारी के मुताबिक करसोग के एक व्यक्ति को फेसबुक के माध्यम से फ्रेंड रिक्वेस्ट प्राप्त हुई थी. जिसकी प्रोफाइल पिक पर एक खूबसूरत लड़की की फोटो थी. उक्त व्यक्ति ने खूबसूरती के झांसे में आते हुए फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार कर लिया. इसके एक से दो दिन बाद ही इन दोनों के बीच मैसेंजर पर हेलो हाय शुरू हो गई और बात आगे बढ़ते हुए व्हाट्सएप नंबर के आदान प्रदान तक पहुंच गई.
इसके बाद मामले ने नया मोड़ लिया और दोनों के बीच व्हाट्सएप नंबर पर आपत्तिजनक बातों का दौर शुरू हो गया. जो बाद में सेक्सटॉर्शन तक बढ़ गया. ऐसे में जब पानी सिर से ऊपर से गुजरा तो पीड़ित ने डीएसपी से इसकी शिकायत कर दी. इस मामले की जब छानबीन हुई तो प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ये फ्रेंड रिक्वेस्ट राजस्थान के सुरजन विलेज के पीपलखेरा नामक स्थान से भेजी गई थी.
डीएसपी गीतांजली ठाकुर ने इस तरह का मामला सामने आने पर लोगों को अलर्ट किया है. उन्होंने खुलासा किया कि साइबर क्राइम करने वालों के चक्कर में 70 फीसदी लोग डर के कारण, 25 फीसदी लोग लालच में और 5 फीसदी लोग हनीट्रेप में पड़कर अपना पैसा या जिंदगी गवां देते हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को साइबर क्राइम (Cyber Crime) से सतर्क रहना है. अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार न करें.
इसके बाद भी अगर किसी के साथ ऐसा होता है बिना डर के इसकी शिकायत तुरंत पुलिस से करें. पीड़ित के खिलाफ इसमें कोई कानूनी कार्रवाई नहीं होती है. उन्होंने कहा कि जिस फेसबुक आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई है. उसका यूआरएल (URL) अवश्य नोट कर लें. ऐसे में पुलिस को साइबर फ्रॉड पकड़ने में आसानी होगी. डीएसपी ने साइबर क्राइम को रोकने में लोगों से सहयोग की अपील की है.