हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति के परियोजना निदेशक राजीव कुमार ने आज यहां बताया कि समिति द्वारा एड्स जागरुकता एवं प्रदेश में एचआईवी के सक्रिय मामलों का पता लगाने के लिए समय-समय पर जागरुकता कार्यक्रमों एवं जांच शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश एड्स नियंत्रण समिति द्वारा 12 अगस्त से 12 अक्तूबर, 2024 तक दो माह का एकीकृत स्वास्थ्य अभियान एवं सघन जागरुकता अभियान चलाया गया। इसके अर्न्तगत दो माह के भीतर 3,63,674 लोगों को जागरूक किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य आम जनता एवं संवेदनशील समुदाय को विभिन्न बीमारियों जैसे टीबी, हेपेटाइटिस-बी एवं सी, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, एचआईवी व यौन रोगों की जांच करना तथा इन सभी बीमारियों के प्रति लोगों को जागरुक करना था।
दो माह तक चलाए गए इस अभियान के अनेक सकारात्मक पहलू सामनेे आए। प्रदेश में कार्यरत एकीकृत परामर्श एवं जांच केन्द्रों में स्वैच्छिक एचआईवी जांच में बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस अभियान के दौरान 1472 गांवों में जागरूकता अभियान चलाया गया तथा 127394 ग्रामवासियों को एचआईवी विषय पर जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि जागरूकता अभियान के अन्तिम चरण में सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा के दौरान 2 अक्तूबर को 3615 ग्राम पंचायतों में 217600 लोगांे को एचआईवी तथा यौन रोगों के प्रति जागरूक रहने एवं एचआईवी से पीड़ित व्यक्तियों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करने की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर लगभग 1,50,000 प्रचार-प्रसार सामग्री भी वितरित की गई।
हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा चलाए गए इस अभियान में आशा कार्यकर्ताओं, परामर्शदाताओं और गैर सरकारी संस्थाओं के कार्यकताओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। 200 आशा कार्यकर्ताओं ने 7,0342 घरों में जाकर लोगों को एचआईवी/एड्स एवं टीबी के बारे में जागरूक किया।