हिमाचल के पांवटा साहिब में 2 वर्षों से फर्जी आईटीआई चला रहे संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं। बुधवार को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पांवटा साहिब तथा पुलिस टीम ने संयुक्त दबिश में एक प्राइवेट आईटीआई में छापेमारी की। फर्जी आईटीआई की शिकायत कुछ समय पहले एसडीएम को भी की गई थी।
एसडीएम के निर्देश पर पुलिस तथा गवर्नमेंट आईटीआई पांवटा साहिब के प्रधानाचार्य के नेतृत्व में एक टीम ने बुधवार को छापे की जिम्मेदारी सौंपी। इस दौरान संस्थान में 70 छात्र मौके पर पाए गए। इनमे से कुछ सिविल ड्रेस तथा कुछ आईटीआई की ड्रेस में थे। जिन्होंने आईटीआई में दो अलग-अलग ट्रेड में दाखिला लिया हुआ था।
छात्रों ने टीम को बताया कि उन्होंने 60 हजार रुपए चुकाई हुई है। आईटीआई संचालक शम्मी शर्मा द्वारा कोर्स पूरा करने पर पेपर उत्तराखंड के हरिद्वार में कराए जाने का आश्वासन दिया था। संयुक्त टीम ने आईटीआई के संचालक शम्मी शर्मा से दस्तावेज मांगे, तो मौके पर वह कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। फ़र्ज़ी आईटीआई को “जय परशुराम एजुकेशनल एंड कल्चर ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के नाम से चलाया जा रहा था।
हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा विभाग के नियमों की अवहेलना की जा रही थी। शिक्षा का फर्जीवाड़ा कर छात्रों से भारी राशि हड़प की जा रही थी। फर्जी आईटीआई संचालक शमी शर्मा तारूवाला पांवटा साहिब का रहने वाला है। आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पांवटा साहिब के डीएसपी वीर बहादुर सिंह ने बताया कि पुलिस तथा गवर्नमेंट आईटीआई की संयुक्त टीम ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान संस्थान फ़र्ज़ी पाया गया।