जिला मंडी के गोहर के काशन गांव में घर के गिरने से उसके मलबे में दबने से एक ही परिवार के आठ लोगों की मौत हो गई है। सभी शवों को निकाल लिया गया है। वहीं पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद गांव में एक ही परिवार के आठ लोगों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। जिसकी शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। फिलहाल प्रशासन ने मलबे से सभी शवों को बाहर निकाल लिया है और रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया है। बता दें कि प्रदेश में पिछले तीन दिन से भारी बारिश हो रही है।
बता दें कि बीती रात करीब दो बजे काशन पंचायत के प्रधान खेम सिंह के घर पर पहाड़ी से भारी मलबा आकर गिर गया। रात करीब साढ़े तीन बजे प्रशासन को इसकी सूचना मिली और प्रशासन ने रात को ही राहत एवं बचाव दल को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया। चारों तरफ से रास्ते बंद होने के कारण राहत एवं बचाव दल को घटनास्थल तक पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
सड़कों से मलबा हटाने के बाद मशीनरी घटनास्थल पर पहुंचाई गई और उसके बाद मलबा हटाने का कार्य शुरू हो सका। घर में सो रहे सभी 8 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इसके अलावा कटौला में भी सर्च ऑपरेशन जारी है। वहां से दो बच्चियों के शव बरामद हो चुके हैं जबकि 5 से 6 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। यहां ये लोग फ्लैश फ्लड के कारण बह गए हैं।
शवों में पंचायत प्रधान खेम सिंह, उनकी धर्मपत्नी तथा दो बच्चे और छोटे भाई झाबे राम की पत्नी और उनके दो बच्चे व खेम सिंह का ससुर शामिल हैं। खेम सिंह का ससुर बीती रात ही अपनी बेटी के घर पर आया हुआ था। मृतक खेम सिंह के बुजुर्ग माता-पिता और छोटा भाई झाबे राम हादसे के समय घर पर मौजूद नहीं थे। अब यही तीन लोग इस परिवार में शेष रह गए हैं।
डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने बताया कि आठों शवों का मौके पर ही पोस्टमार्टम करके शव परिजनों के हवाले कर दिए गए हैं। वहीं, कटौला में भी सर्च ऑपरेशन जारी है। वहां से दो बच्चियों के शव बरामद हो चुके हैं, जबकि 5 से 6 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। यहां ये लोग फ्लैश फ्लड के कारण बह गए हैं।