राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज हिमाचल प्रदेश पुलिस के ऑरकेस्ट्रा हार्मनी ऑफ दि पाईन्स को प्रेरणा स्त्रोत पुरस्कार से सम्मानित किया। इस ऑरकेस्ट्रा ने मुम्बई में कलर टीवी के रियल्टी शो ‘हुनरबाज’ में न केवल प्रदेश पुलिस का प्रतिनिधित्व किया बल्कि अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से देश में राज्य का नाम भी रोशन किया है।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि हार्मनी ऑफ दि पाईन्स के माध्यम से समाज में उपयोगी संदेश प्रसारित किए जाने चाहिए। पूर्व में भी प्रदेश पुलिस बल नशा निवारण, कोरोना महामारी, यातायात प्रबन्धन इत्यादि पर वीडियो संदेश तैयार कर चुकी है तथा भविष्य में भी इसी तरह के सामाजिक सरोकारों पर इनका योगदान लिया जा सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि खाकी वर्दी से सुसज्जित यह जवान इतने बेहतरीन और प्रतिभावान कलाकार हैं जिसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है।
राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि उन्होंने इस बैण्ड के प्रदर्शन के वीडियो देखे हैं और इसके सम्बन्ध में गोवा से भी उन्हें प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई हैं। इनके हुनर का कोई मुकाबला नहीं और हमें इन पर गर्व है।
राज्यपाल ने कहा कि बैण्ड की इस उपलब्धि के उपरान्त पुलिस के प्रति लोगों के दृष्टिकोण में बदलाव आया है और यह जनमित्र पुलिस की छवि को और सुदृढ़ करेगा। उन्होंने इस बैण्ड के सार्वजनिक प्रदर्शन पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बैण्ड को रिकॉर्डिंग के लिए एक समर्पित स्टूडियो स्थापित किए जाने से इनके प्रस्तुतिकरण में और निखार आएगा। उन्होंने प्रदेश पुलिस की अब तक की यात्रा और उल्लेखनीय कार्यों से सम्बन्धित एक म्यूजिकल वीडियो तैयार करने का भी आग्रह किया। उन्होंने इस बैण्ड की उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए पुलिस महानिदेशक संजय कुण्डू के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनके योगदान से यह बैण्ड आज देशभर में चर्चा का विषय बना है और बैण्ड के प्रत्येक कलाकार को उचित मान-सम्मान प्राप्त हो रहा है।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक संजय कुण्डू ने राज्यपाल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश पुलिस ऑरकेस्ट्रा जिसे हार्मनी ऑफ दि पाईन्स के नाम से जाना जाता है की स्थापना वर्ष 1996 में की गई थी। उन्होंने कहा कि इस ऑरकेस्ट्रा ने अपनी यात्रा छोटे स्तर से शुरू की जिसमें प्रदेश पुलिस के प्रतिभावान जवान पुलिस विभाग तथा रेडक्रॉस सोसायटी के विभिन्न कार्यक्रमों में अपनी प्रस्तुति देते थे। इसके उपरान्त पुलिस ऑरकेस्ट्रा ने भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग, दूरदर्शन सहित विभिन्न राज्य स्तरीय विभिन्न मेलों इत्यादि में भी अपनी प्रस्तुति देना प्रारम्भ किया।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि विभागीय स्तर पर ऑरकेस्ट्रा को निरन्तर प्रोत्साहन एवं सहयोग प्रदान किया जा रहा है ताकि वे अपने कौशल में और निखार ला सकें। इस ऑरकेस्ट्रा को हाल ही में अत्याधुनिक संगीत वाद्य यन्त्र और अन्य सामग्री उपलब्ध करवाई गई है और इनके गीतों इत्यादि को रिकॉर्ड करने के लिए एक समर्पित स्टूडियो उपलब्ध करवाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में बाल एवं महिला अपराधों की रोकथाम, सड़क दुर्घटनाआंे, संगठित अपराधों इत्यादि के प्रति जागरूकता से सम्बन्धित विभिन्न विषयों पर वीडियो तैयार करने की भी योजना है।
इससे पूर्व हिमाचल प्रदेश पुलिस ऑरकेस्ट्रा द्वारा ‘हुनरबाज देश की शान’ और अन्य गीतों पर अपनी प्रस्तुति दी गई। ऑरकेस्ट्रा ने अन्य लोकप्रिय गीतों की लड़ी भी प्रस्तुत की।
इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सी.आई.डी. एन. वेणुगोपाल, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था अभिषेक त्रिवेदी, पूर्व पुलिस महानिदेशक आर.आर. वर्मा और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।