73वां गणतंत्र दिवस समारोह पूरे प्रदेश में हर्षोल्लास व उत्साह के साथ मनाया गया। राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज शिमला के ऐतिहासिक रिज पर राज्य स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर तिरंगा फहराया और मार्च पास्ट की सलामी ली।
राज्यपाल ने इस अवसर पर परेड का निरीक्षण किया और परेड कमांडर 2 नागा रेजिमेंट जतोग के कैप्टन गुरदेव सिंह के नेतृत्व में भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और उनकी धर्मपत्नी डाॅ. साधना ठाकुर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मार्च पास्ट में सेना, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, हिमाचल प्रदेश सशस्त्र पुलिस, राज्य पुलिस, गृह रक्षक, अग्निशमन सेवाएं और हिमाचल प्रदेश डाक सेवाएं, आपदा प्रबन्धन, पूर्व सैनिक, एन.सी.सी. व एन.एस.एस. इत्यादि के कैडेट्स शामिल थे।
गणतंत्र दिवस समारोह में विभिन्न विभागों की विकासात्मक गतिविधियों को दर्शाती झांकियां भी प्रस्तुत की गईं। नागा रेजिमेंट की ओर से प्रस्तुत ड्रिल भी सराहनीय रही।
बर्फबारी और खराब मौसम के चलते सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन शिमला के गेयटी थियेटर में किया गया। सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों ने कोविड महामारी से संबंधित एक जागरूकता कार्यक्रम और लघु नाटिका प्रस्तुत की। उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र (पंजाब) के कलाकारों ने भांगड़ा और जिन्दुआ की प्रस्तुती दी, जोकि सभी के आकर्षण का केन्द्र रही।
ग्रामीण विकास विभाग और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की झांकियों को संयुक्त रूप से प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। नगर निगम शिमला को दूसरा और शिक्षा विभाग की झांकी को तीसरा पुरस्कार प्राप्त हुआ। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की उपस्थिति में पुरस्कार प्रदान किए।
राज्यपाल ने सरकारी क्षेत्र में महात्मा गांधी स्वास्थ्य सेवा संस्थान खनेरी रामपुर को तथा लाॅयन रियोन डायलेसिस एवं हेल्थ केयर सेंटर न्यू शिमला को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के बेहतर संचालन के लिए सम्मानित किया।
इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, नगर निगम की मेयर सत्या कौंडल, विधायक बलबीर वर्मा, मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, पुलिस महानिदेशक संजय कंुडू और विभिन्न प्रशासनिक, पुलिस और सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
इसके अतिरिक्त प्रदेश के सभी जिलों में भी आज 73वें गणतंत्र दिवस का आयोजन पूरे उत्साह एवं हर्षोल्लास से किया गया। जिला मुख्यालयों में मुख्यातिथियों द्वारा तिरंगा फहराया गया और देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों तथा स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।