राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज राजभवन से शिमला ग्रामीण, ठियोग और नारकण्डा के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा के तीन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री कौशल किशोर भी उपस्थित थे।
इससे पहले, राजभवन में विकसित भारत संकल्प यात्रा को लेकर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें हिमाचल प्रदेश में क्रियान्वित की जा रही भारत सरकार की 17 विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों ने भी भाग लिया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि यात्रा के पहले चरण में जनजातीय जिलों लाहौल-स्पीति, किन्नौर और चंबा जिले के पांगी क्षेत्र को शामिल किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार की प्रमुख योजनाओं के बारे में नागरिकों को जानकारी देने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई इस यात्रा का उद्देश्य कल्याणकारी कार्यक्रमों का लाभ सीधे लोगों तक पहुंचाना है। राज्यपाल ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा का प्रयास देश की लगभग हर ग्राम पंचायत को कवर करना है। इसके तहत हिमाचल प्रदेश में 3799 स्थानों को लक्षित किया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए सरकारी योजनाओं का संदेश देने वाली विशेष रूप से डिजाइन की गई वैन गांव-गांव रवाना होंगी। इसमें स्वच्छता, वित्तीय सेवाएं, विद्युत, एलपीजी कनेक्शन, आवास, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, स्वच्छ पेयजल आदि प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं। कार्यक्रम के तहत लाभार्थियों के साथ संवाद, उपलब्धियों का जश्न, आन-द-स्पॉट क्विज प्रतियोगिताएं, ड्रोन प्रदर्शन, स्वास्थ्य शिविर और मेरा युवा भारत स्वयंसेवक नामांकन सहित सार्वजनिक भागीदारी की गतिविधियां शामिल की गई हैं। उन्होंने कहा कि अभियान का लक्ष्य 25 जनवरी 2024 तक 2.55 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों और 3600 शहरी स्थानीय निकायों तक पहुंचना है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार की 17 जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रदेश में भी विकसित भारत संकल्प यात्रा में शामिल किया गया है। इसके अलावा राज्य सरकार की दो प्रमुख योजनाओं मुख्यमंत्री हिमकेयर स्वास्थ्य योजना और मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना को भी इसमें शामिल किया गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस यात्रा का लाभ सभी 3615 ग्राम पंचायतों तक पहुंचेगा तथा इसके लिए जिला स्तर तथा ग्राम पंचायत स्तर पर नामित किए गए नोडल अधिकारी समर्पण और तत्परता से कार्य करेंगे।
इससे पहले, विकसित भारत संकल्प यात्रा के उद्देश्य और विभिन्न पहलुओं के बारे में एक प्रस्तुति भी दी गई। इस अभियान में प्रदेश में 90 वाहनों के माध्यम से 20 दिनों तक ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
इस अवसर पर लाभार्थियों ने राज्यपाल के साथ अपने अनुभव भी साझा किये।
इस मौके पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाला लघु नाटक ‘धरती कहे पुकार के’ भी प्रस्तुत किया गया।
राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
लेडी गवर्नर जानकी शुक्ल, सांसद सुरेश कश्यप, पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज, उपायुक्त आदित्य नेगी, अन्य अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।