जिला चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पुर्थी में आउटसोर्स पर सेवाएं दे रहे कंप्यूटर शिक्षक ने चंद्रभागा नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या से पहले शिक्षक द्वारा अपने किराये के कमरे में सुसाइड नोट छोड़ दिया था। जिस पर लिखा था कि “मैं अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहा हूं, मेरे मरने के बाद मेरे परिजनों को तंग न किया जाए” आत्महत्या से पहले कंप्यूटर शिक्षक द्वारा अपने कमरें में 6 हजार की नगदी व मोबाईल फोन रख दिया था। मृतक की पहचान नरेश कुमार पुत्र गणेश लाल निवासी गांव चौखंग डाकघर थिरौट तहसील उदयपुर जिला लाहुल स्पीति के रूप में हुई है।
9 फरवरी से था लापता, दस दिन बाद चंद्रभागा नदी से शव बरामद,
मिली जानकारी के मुताबिक नरेश कुमार पांगी के पुर्थी स्कूल में आउटसोर्स पर अपनी सेवाएं दे रहा था। नौ फरवरी के बाद जब परिजनों का नरेश से कोई संपर्क नहीं हुआ तो उसकी तलाश के लिए परिजन पांगी पहुंचे। जहां पर देखा कि नरेश के कमरे में ताला लगा हुआ है। गांव वासियों से पूछताछ करने के बाद पता चला कि उसका क्वाटर गांव से दूर होने के वजह से वहां पर उनका आना-जाना नहीं रहता है। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस चौकी पुर्थी में 11 फरवरी को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। वहीं पुलिस ने जब तलाश शुरू की तो बिते दिन चंद्रभागा नदी के तट पर नरेश के जुते व जैकिट बरामद हुई।
जिसके बाद पुलिस ने व्यक्ति की तलाश के लिए चंद्रभागा नदी के तटों पर सर्च अभियान चलाया। पुलिस ने शनिवार को घटना स्थल से महज कुछ दूरी पर स्थित रेई ढांक के समीप चंद्रभागा नदी से व्यक्ति का शव बरामद किया हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने शव को देरशाम को रेस्क्यू कर शव गृह किलाड़ पहुचाया जहां पर रविवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा। उधर, थाना प्रभारी अशोक कुमार राणा ने बताया कि 16 फरवरी को नरेश कुमार के भाई ने पुलिस चौकी पुर्थी में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
जब उसका किराये का कमरा खोला गया तो उसमें एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसके आधार पर पुलिस ने चंद्रभागा नदी के किनारे तलाश शुरू की, तो नदी के किनारे उसके जूते और जैकेट बरामद हुई है। पुलिस ने इस सर्च अभियान को आगे बढ़ाया तो चंद्रभागा तट से शव बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने परिजनों के ब्यान दर्जकर आगामी कर्रवाही शुरू कर दी है।