मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने जिला मंडी में नेरचौक स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के आइरिस-2022 के समापन समारोह के दौरान संबोधित करते हुए कहा कि श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल मंडी का मेकशिफ्ट अस्पताल कोरोना महामारी के पूर्ण रूप से समाप्त होने के उपरान्त सुपर स्पैशियलिटी सेवाएं प्रदान करने के लिए उपयोग में लाया जाएगा तथा चिकित्सा महाविद्यालय में चिकित्सकों के रिक्त पद भरने के लिए कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस चिकित्सा महाविद्यालय की प्रगति को स्वयं देखा है। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय एवं अस्पताल का उद्ेदश्य उच्च क्षमता, समर्पित तथा संवेदनशील चिकित्सकों के माध्यम से उच्च गुणात्मक शिक्षा तथा स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। यह महाविद्यालय मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति तथा बिलासपुर जिलों के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में महाविद्यालय में 23 विभाग कार्यशील है तथा अन्य विभागों की स्थापना के लिए प्रक्रिया जारी है। महाविद्यालय में प्रतिवर्ष 120 सीटों की क्षमता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की सराहना करते हुए चिकित्सा विद्यार्थियों को जीवन की एकरूपता को बदलने के लिए अपना मनोबल बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में समाज की पीड़ा को दूर किया जाता है इसलिए यह आवश्यक है कि चिकित्सकों को भी मनोरंजन के कुछ पल मिल सकंे। मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटा प्रदेश होने के बावजूद हिमाचल प्रदेश में आज केवल सरकारी क्षेत्र में ही छः चिकित्सा महाविद्यालय हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ़ करने के लिए चिकित्सकों के 500 पद भरने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रशिक्षु चिकित्सकों के स्टाईपंड को बढ़ाने पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए खेल के मैदान के निर्माण के लिए उपयुक्त स्थान चिन्हित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर महाविद्यालय की पत्रिका एसक्लेपियस का विमोचन किया। उन्होंने विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर रक्तदान शपथ भी दिलवाई। उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न आयोजनों के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए। महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. राजेश कुमार ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा उन्हें महाविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल वर्ष 2018 में 250 बिस्तर क्षमता के साथ आरम्भ किया गया था लेकिन आज अस्पताल की बिस्तर क्षमता 500 है। उन्होंने अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों के लगभग 20 पदों को भरने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया जिससे अब अस्पताल में प्रभावी रूप से कार्य किया जा रहा है। महाविद्यालय के एससीए के अध्यक्ष सचिन ग्रेवाल ने कहा कि आइरिस फेस्ट 2022 में लगभग 1150 एमबीबीएस विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रकार की खेल, सांस्कृतिक और शैक्षणिक गतिविधियों में भाग लिया, जिनमें से 450 विद्यार्थी राज्य के पांच अन्य चिकित्सा महाविद्यालयों से भाग ले रहे हैं।सुंदरनगर के विधायक राकेश जाम्वाल, नाचन के विधायक विनोद कुमार, बल्ह के विधायक इंदर सिंह गांधी, मिल्कफेड के अध्यक्ष निहाल चंद शर्मा, जिला परिषद मंडी के अध्यक्ष पाल वर्मा, निदेशक चिकित्सा शिक्षा रजनीश पठानिया भी इस अवसर पर उपस्थित थे।