हिमाचल-उत्तराखंड की सीमा पर यमुना नदी में रेत-बजरी माफिया बेखौफ हो गया है। आधी रात को उत्तराखंड की तरफ से अवैध खनन में लगे टिप्पर को बचाने आई काले रंग की स्कॉर्पियो में हिमाचल के खनन विभाग के निरीक्षक संजीव कुमार को ही अगवा कर लिया गया। बीच बचाव में पुलिस कर्मियों से भी हाथापाई की गई। एक जवान को चोट भी आई है।
दरअसल, हुआ यूं कि पुलिस व खनन विभाग को लगातार इस बात की शिकायतें मिल रही थी कि यमुना नदी के सीने को छलनी किया जा रहा है। बीती रात पुलिस व खनन विभाग की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची थी। इस दौरान एक टिप्पर को दबोच लिया गया। दूसरे टिप्पर को भी काबू कर लिया गया था।
इसी दौरान काले रंग की स्कॉर्पियो में सवार कुछ लोग मौके पर पहुंच गए। धक्का-मुक्की शुरू हुई। कुछ देर बाद जब पुलिस कर्मियों व खनन विभाग की टीम के सदस्यों ने निरीक्षक को ढूंढा तो वो मौके पर नजर नहीं आए। स्कॉर्पियो भी टिप्पर को छुड़वाने के बाद मौके से भाग चुकी थी। इसी स्कॉर्पियों में माइनिंग इंस्पेक्टर संजीव कुमार को उत्तराखंड की तरफ ले जाया गया।
खनन विभाग के निरीक्षक के अपहरण की सूचना मिलते ही पांवटा साहिब प्रशासन सहित खनन विभाग के शीर्ष अधिकारी भी नींद से जाग गए। करीब पौने एक बजे राहत की खबर ये आई कि अपहरणकर्ताओं ने खनन निरीक्षक को आजाद कर दिया है। बता दें कि चंद रोज पहले भी एक वीडियो सामने आया था, जिसमें खनन माफिया के गुर्गों द्वारा टीम पर हमला किया जा रहा था।
बताते हैं कि उत्तराखंड की तरफ से नदी में दाखिल होने के सैंकड़ों रास्ते हैं। यहीं से टिप्पर व ट्रैक्टर इत्यादि रेत-बजरी उठाने पहुंचते हैं। नदी का सीना इस कदर छलनी कर दिया गया है कि कई जगह सैंकड़ों जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं।
उधर, वीरवार को पूरा दिन पांवटा साहिब के एसडीएम प्रमोद महाजन, डीएसपी वीर बहादुर व जिला खनन अधिकारी सुरेश भारद्वाज की संयुक्त टीम मौके पर निरीक्षण में जुटी रही। इस बात का इंतजाम करने की कोशिश की गई कि उत्तराखंड की तरफ से नदी की तरफ आने वाले रास्तों को स्थाई तौर पर कैसे बंद किया जाए।
टीम के सदस्यों ने माना कि इस तरह की घटनाओं पर गंभीरता से ठोस कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले वक्त में कोई बड़ी अप्रिय घटना भी हो सकती है।
उधर, पांवटा साहिब के डीएसपी वीर बहादुर ने कहा कि आईपीसी की धारा-353, 364 व 334 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने माना कि पांवटा साहिब से रेत-बजरी को यमुना नदी के रास्ते उत्तराखंड में पहुंचाया जा रहा था।
उधर, जिला खनन अधिकारी सुरेश भारद्वाज ने कहा कि घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस कार्रवाई कर रही है।